स्नेह परम उत्साह लिए
सुंदर सपनों को साथ लिए,
हम चले क्षितिज की सीमा तक
मन में आशा विश्वास लिए ||
हम एन. जी. आई. एस. की शान ……… हम एन. जी. आई. एस. की जान II
हैं एक – एक बालक नूतन
हम करेंगें जग को रोशन ,
सब शिक्षा का अधिकार लिए
तन–मन में नव संस्कार लिए | II 1 II हम एन. जी. आई. एस. की शान… II
पुस्तक की गहरी भाषा को
एक नए रूप में सीखा है,
और खेल, नृत्य,संगीत मधुर
जैसे कि जीवन रेखा है | II 2 II हम एन. जी. आई. एस. की शान… II
हम ज्ञान और विज्ञान लिए
उड़ रहे गगन में ख्वाब लिए |
गौरवशाली इतिहास लिए ,
अपने– गैरों को साथ लिए II 3 II हम एन. जी. आई. एस. की शान… II
हम हैं अर्जुन से लक्ष्य–कुशल,
और कर्ण से निष्ठावान हैं |
एकलव्य सी गुरुभक्ति करते,
अश्वत्थामा पहचान है | II 4 II
स्नेह परम उत्साह लिए
सुंदर सपनों को साथ लिए,
हम चले क्षितिज की सीमा तक
मन में आशा विश्वास लिए ||
हम एन. जी. आई. एस. की शान ……… हम एन. जी. आई. एस. की जान II